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महाराष्ट्र का एक गांव उजड़ने की कगार पर है, वजह है पानी! The Better India और Nabhangan Foundation मिलकर एक ऐसा अभियान चला रहे हैं जो इस गांव के किसानों ...
हर महीने 6000 ट्रे बिकती हैं, लाखों का टर्नओवर होता है… लेकिन मोहित निझावन की असली जीत वो है, जब कोई कहता है-“अब हमारा खाना भी सेहतमंद हो गया है।” ...
BMW में आते हैं, लेकिन चाट चाट बेचते हैं ठेले पर! नेहरू प्लेस के ‘करोड़पति दही भल्ला वाले’ मुकेश शर्मा ने दिखा दिया कि बड़ा ...
तुमसे नहीं होगा”—यही शब्द बचपन से सुने थे। लेकिन सपनों को कौन रोक सका है? आज इंदौर के छोटे से शहर महु से आने वाले लक्ष हजारों लोगों के सामने ...
जब साथ निभाने की बात आई, रॉकी ने सिर्फ हिना का हाथ नहीं थामा, उनका दर्द, डर और हर तूफान भी जिया। 13 सालों का प्यार, एक सादगी भरी ...
कुछ चीजें जितनी पुरानी होती है उतनी ही और बेशकीमती बन जाती है! फिर चाहे घर में रखा कोई पुराना फर्नीचर हो या दादा-नाना के जमाने की विंटेज घड़ी! इन ...
मुंबई के चिनू क्वात्रा न सिर्फ समुद्र तटों को साफ कर रहे हैं; बल्कि वहाँ फैले Plastic Waste से वह गाँव के स्कूलों के लिए Benches भी बना रहे हैं; ...
दुनिया आज Good Governance, Women Empowerment और Sustainable Development की बातें करती है, लेकिन भारत की एक रानी अहिल्याबाई होलकर ने ये सब 250 साल पहले कर दिखाया था ...
जहां युवा नौकरी छोड़कर फसलें उगा रहे हैं, बिना मिट्टी, बिना केमिकल, सिर्फ़ लोगों की सेहत और स्वास्थ्य के लिए, मुनाफे के लिए नहीं! यह है ...
पंकज त्रिपाठी की कहानी ये सिर्फ संघर्ष की नहीं, बल्कि उस मोहब्बत की है जो चुपचाप हर मोड़ पर साथ निभाती रही। ना बड़े-बड़े इज़हार, ना ...
जब दुनिया में ज्ञान की लौ धीमी थी, भारत नालंदा के ज़रिए उजाला फैला रहा था। 9 मंजिला लाइब्रेरी, 90 लाख किताबें, महान गुरुओं का ज्ञान ...
ओडिशा की सुजाता अग्रवाल के बनाएं केसर प्रोडक्ट्स की बिक्री 40% तक बढ़ी, Agriculture के स्टूडेंट्स ने प्रेरित होकर शुरू की केसर की खेती। जब ...